( एक ऐसी डॉक्टर जिसने अपने जिते जी लाखो लोगो की जीवन लीला अपने हाथों से सबसे पहले नवजात के रूप में ग्रहण कर जीवन दिया वो दुनिया की एक मात्र डॉक्टर भी हे जहा उनकी देख रेख में नॉमर्ल प्रसव करवाया और नवजात को दुनिया दिखाई जो एक गौरवान्वित करने की बात है पर आज उनका निधन हो गया )*
इंदौर का नाम देश और दुनिया मे रोशन में करने वाली शहर की पहली महिला चिकित्सक पद्मश्री डॉ. भक्ति यादव का सोमवार को निधन हो गया। डॉ. भक्ति यादव ने 95 वर्ष की उम्र में आखरी सांस इंदौर में उनके निवास पर ली। चार माह पहले ही उन्हें इंदौर में पद्मश्री अवार्ड से नवाजा गया था। उम्र की अधिकता के चलते पद्मश्री अवार्ड के कार्यक्रम में शामिल नही हो पाई थी। डॉक्टर दादी के नाम से भी उन्हें जाना जाता था। डॉ. भक्ति यादव इंदौर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज की पहली बैच की डॉक्टर भक्ति यादव डेढ़ लाख से भी अधिक महिलाओ की सुरक्षित डिलेवरी करवा चुकी है।उनकी इन्ही सेवाओ के लिये उनका चयन पद्मश्री के लिए हुआ था।
No comments:
Post a Comment