Friday 21 July 2017

अंगद की तरह जमे शहर के 20,000 शिक्षको को सरकार गाँव भेजेगी अब !

( प्रदेश के 20 हजार शहरी शिक्षको पर गिरेगी गाज जो अंगद की तरह जमे हुए सालो से जिस विषय की पात्रता होने के बावजूद अलग विषय देकर पड़ा रहे हे अब ग्रामीण स्कूलों में जहा विषय संगत जरुरी है शिक्षको की उन्हें अब वहां जाना पड़ेगा और अब किसी काका बाबा के रिश्तेदार की अनुशंसा भी नही आयेगी काम क्यों शिक्षा विभाग में ये सर्जरी से अब ग्रामीण स्कूलों की दशा सुधरने के रूप में देखा जा रहा है )

विधानसभा में सत्र में सवालों-जवाबों का दौर जारी है मानसून सत्र में रोज नई नई घोषणाएं , जानकारियां और कई मुद्दे निकलकर सामनेआ रहे है। इसी बीच एक नई जानकारी निकलकर सामने आई है सवाल के जवाब में वो ये कि अब सरकार शहरों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को गांव में पढ़ाने के लिए भेजने वाली है। इसमें वो शिक्षक शामिल रहेंगें जो अपने विषय को ना पढ़ाते हुए दुसरे विषय पढ़ा रहे है।साथ जिन पदों पर  शिक्षकों की जरुरत ही नहीं है। यानि भूगोल को भूल गणित या इतिहास यानि गणित को पद पर भूगोल या कुछ औऱ पढ़ा रहे है। उन्होंने बताया कि शहरों में करीब 20 हजार शिक्षक ज्यादा हैं।अब से जो शिक्षको जो विषय पढ़ा सकता है औऱ जिसकी जहां ज्यादा जरुरत है उसे वहां भेजा जाएगा। दरअसल, इस संबंध में  सोहनलाल बाल्मीक ने सवाल लगाया था जिसका जवाब स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह शुक्रवार को ये घोषणा करके दिया।इसके साथ ही मंत्री शाह ने कहा कि वे शिक्षक, जिन्हें सेवानिवृत्त होने में एक साल बचा है, पति-पत्नी एक साथ में हो या फिर गंभीर बीमार हों, उनको छोड़कर सभी को गांव भेजा जाएगा।

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