Thursday 13 July 2017

भारत में फिल्में शुक्रवार को ही क्यों रिलीज होती है,किस फिल्म से शुरू हुआ ये चलन जानिये !

फ्राइडे हफ्ते का एक ऐसा दिन जिसका सबको, खासकर वर्किंग लोगों को बेस्रबी से इंतजार होता है. क्यों? क्योंकि इसके बाद शुरु होता है वीकेंड. अब वीकेंड में आप क्या क्या करते हैं कितना आउटडोर पर जाते हो लेकिन फ्राइडे का एक और भी वजह से इंतज़ार होता है. क्योंकि रिलीज होती है हर फ्राइडे को एक पिक्चर.

🔹 *इस फिल्म के चलन से हुई शुक्रवार की शुरुवात..*

फिल्मी फ्राइडे का चलन हॉलीवुड से आया है. हॉलीवुड की चर्चित फिल्म ’Gone With the Wind’ जो कि 15 दिसंबर 1939 में शुक्रवार को रिलीज हुई थी. तबसे हॉलीवुड में हर पिक्चर शुक्रवार को रिलीज होने लगी.

🔹 *गाँन विद द विंड में ऐसा क्या था जो भेड चाल चल दिए सब..*

’गॉन विद द विंड’ रोमैंटिक फिल्म थी जो मार्गरेट मिशेल की इसी नाम से लिखी किताब पर बनी थी. इस फिल्म में अमेरिका के सिविल वॉर को दिखाया गया था. इस फिल्म ने बेस्ट डायेरक्टर, फिल्म, स्क्रीनप्ले, एक्ट्रेस से लेकर अलग-अलग कैटेगरी में 8 अकादमी अवॉर्ड जीते थे.

🔹 *भारत में शुक्रवार का चलन की गाथा..*

बॉलीवुड में ‘फिल्मी फ्राइडे’ का चलन 1950 के दशक के अंत में शुरु हुआ था. इसके पहले आई बड़ी हिंदी फिल्म ‘नीलकमल’, जो ठीक उसी साल रिलीज हुई जिस साल हम आजाद हुए थे, सोमवार के दिन रिलीज हुई थी. और जैसे हॉलीवुड में पहली फ्राइडे रिलीज एक क्लासिक थी, इंडिया में भी वैसा ही हुआ. 1960 में जिस दिन मुगल-ए-आजम रिलीज हुई, वो दिन फ्राइडे था. इसकी सफलता देखते हुए बॉलीवुड में ‘फिल्मी फ्राइडे’ का रिवाज शुरु हुआ.

🔹 *वीकेंड की शुरुवात और शुक्रवार लक्ष्मी जी का दिन माना जाता है एक ये भी मान्यता लगी है.*

एक बहुत सॉलिड रीजन ये भी है कि शुक्रवार हफ्ते का आखिरी वर्किंग डे होता है. ज्यादातर स्कूल-कॉलेजों में शनिवार-रविवार को छुट्टी होती है. इन दो दिनों में आराम के साथ लोग अपने सारे पेंडिंग काम करते हैं. घूमते हैं, शॉपिंग करते हैं, फिल्में देखते हैं. कुल मिलाकर खूब पैसे खर्च करते हैं तो सिनेमाहॉल में भीड़ जुटना भी लाजिमी है. और इंडिया के नए वर्क-कल्चर, जिसमें लोग वीकेंड का खूब इंतजार करते हैं, फ्राइडे को फिल्म रिलीज करना एक अच्छा फैसला होता है,अगर कुछ धर्मिक दिवस के रूप के देखे तो कि भारत में ‘फिल्मी फ्राइडे’ लक्ष्मी से जुड़ा है. कहते है कि शुक्रवार लक्ष्मी का दिन होता है. प्रोड्यूसरों का मानना है कि शुक्रवार को फिल्म रिलीज करने से उनपर लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी.

🔹 *एक नज़रिया ये भी रहा है ...*

किसी ने ये भी कहा कि कमर्शियल नजरिए से देखे तो हफ्ते में किसी और दिन से फिल्म की स्क्रीनिंग रखने पर सिनेमाघर मालिकों को ज्यादा पैसे देने पड़ते थे. जबकि फ्राइडे को कम पैसे लगते थे. इसलिए लोग फ्राइडे को फिल्म रिलीज करने लगे और वही रिवाज बन गया.पर ऐसा नही है को हर फिल्म शुक्रवार को रिलीज हुई हो हाल के दिनों में ये मिथक को भी तोडा गया है कई नामी स्टारर फिल्म बुधवार या गुरुवार को भी रिलीज हुइ हे पर वो विशेष त्यौहार के ईदगिर्द होने के कारण जैसे ईद या दिवाली उन फिल्मों ने भी सफलता के झंडे गाड़े हे जिसमे सुलतान और रंग दे बसंती जैसी फिल्में भी हे।

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