हरदा के गंगयाखेड़ी में आयोजित भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर कथा वाचक बाल विदुषी कृष्ण प्रिये जी ने कहा की विश्व के अधिकांश देश जब अज्ञान के अन्धकार में डूबे थे,तब हमारे देश के ऋषि मुनियों ने शास्त्रों के माध्यम से समस्त विश्व में ज्ञान का प्रकाश फैलाया उनका मार्गदर्शन किया । श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस में वृन्दावन से पधारी हुई भागवत कथाकार श्री कृष्ण प्रियाजी महाराज ने युवाओं से आह्वान किया किया कि वे अपने देश की परंपरा, वेशभूषा का सम्मान करें व उन्हें पहनने में शर्म महसूस न करे जिस प्रकार गुरु गोविंद सिंह जी ने अपने धर्म की रक्षा के लिए अपने पुत्रों की जान तक न्योछावर कर दी , लेकिन अपने धर्म पर आंच नहीं आने दी, उसी प्रकार आज युवा पीढ़ी का यह कर्तव्य है कि अपनी संस्कृति की रक्षा अवश्य करें । भक्त प्रहलाद की कथा सुनाते हुए कहा कि ईश्वर पर विश्वास हो तो वह हमारी सहायता करने अवश्य आते हैं। भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बहुत धूमधाम से मनाया गया जिसमें माखन मिश्री का प्रसाद वितरित किया गया उपस्थित श्रृद्धालुओ ने एक दूसरे को जन्मोत्सव की बधाईयां दी
Friday 4 May 2018
भारत ने प्राचीन काल से ही विश्व को ज्ञान दिया है-श्रीकृष्ण प्रियाजी महाराज
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