अब घर बैठे होगा आपके पशु गाय,भैस,अन्य का इलाज पशुपालकों के लिए पशुपालन विभाग ने पशुधन संजीवनी सेवा 1962 शुरू की। निशुल्क आपातकालीन सेवा में पशुपालक के नंबर डायल करने के बाद चिकित्सक पशुओं के घर पहुंचकर इलाज कर रहे है। सुविधा के शुरू होने से ग्रामीणों को काफी फायदा हो रहा है। अब तक उन्हें मवेशियों को पशु अस्पताल लेकर जाना पड़ रहा था लेकिन अब पशु चिकित्सक घर आकर पशुओं का इलाज कर रहे है।
🔹 *अक्सर इलाज के लिए पशु को अस्पताल लेना जाना हो जाता था चुनोती...*
जिले पशु चिकित्सा सरकारी कोष से ही संचालित होते है जो बढ़ती आबादी और क्षेत्र के लिहाज से बहुत दूर दूर से पशुओं को लाना टेढ़ी खीर साबित होती है। और निजी क्लीनिक इनके नही होते हे जिस वजह से बीमार होने पर सबसे बड़ी परेशानी मवेशी को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल तक ले जाना है। इसके लिए 8 से 10 ग्रामीणों की सहायता से उसे बांधकर ट्रैक्टर-ट्राली की मदद से ले जाना पड़ रहा था। अब संजीवन सेवा के शुरू हो जाने से डॉक्टर खुद घर आकर मवेशियों का इलाज कर रहे है। वहीं डॉ. नरेंद्र जोशी ने बताया शासन की और से ये निशुल्क सेवा है। अब चिकित्सक किसान के घर जाकर मवेशियों का फ्री में इलाज कर रहे है।
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