Saturday 14 July 2018

हरदा - जिले का पचमढ़ी मिल गया गोराखाल,प्रकतिक की गोद का सुंदर नज़ारा,150 फिट से गिरता झरना !


*( जिले को लोगो के लिए जगह अनभिज्ञ सी थी जहा पर्यटक की दृष्टि कोण से हम अक्सर पचमढ़ी जाये करते थे पर अब हरदा जिले के रहटगांव में प्रकतिक का सुंदर खजाना मिल गया है जहाँ रास्ते के दौरान की सुंदर झरने नादिया और एक 150 फिट से गिरता झरना इन दोनों पर्यटकों के लिए आनन्द का केंद्र बना हुआ है। हरदा जिले मुख्यालय से करीब 50 किमी की दुरी पर स्थित हे जो रहटगांव से 20 किमी पड़ता हे जहा वन विभाग का क्षेत्र हे और सैलानी यहाँ परिवार संग घूमने भी आते है )*

जिन पर्यटकों को प्रकतिक की सुंदरता को निहारने का शोक हे और उसके बहते कल कल पानी में नतमस्तक होने का शोक हे तो वो हरदा जिले के गोराखाल एक बार जरूर जाये ताकि आपको जिले का पचमढ़ी होने का एहसास हो सके। बारिश के दिनों में कई स्थानों पर बरसाती झरने देखने को मिलते है। इसी तरह रहटगांव तहसील के ग्राम गोराखाल के पास स्थित यह झरना क्षेत्र का सबसे ऊंचाई से गिरने वाला झरना है। यहां लगभग 150 फीट ऊंचाई से गिरता है। जो पचमढ़ी के झरनों की याद दिलाता है। इस झरने की जानकारी अधिक लोगों को नहीं होने से यहां कम भीड़ देखने को मिलती है। वन विभाग और पर्यटन विभाग को इस ओर ध्यान देकर इसे एक पिकनिक स्पॉट बनाया जा सकता है। यह झरना गोराखाल के उत्तर दिशा में है। वहीं पश्चिम में जिले की सबसे बड़ी नदियों में सुमार अजनाल का उद्गम स्थान है। जहां से अजनाल का जन्म हुआ है। वहां भी लगभग 30 फिट ऊंचाई से पानी गिरता है। ग्राम के आदिवासी लोगों ने बताया की अंग्रेज जब जंगल में शिकार खेलने जाते थे, तो गोराखाल में रुकते थे इसलिए इस गांव का नाम गोरीचमड़ी वाले लोगों पर से गोराखाल नाम रख दिया गया। इसे इको पर्यटन मे भी लिया गया है। जिससे इसका सौंदर्यीकरण किया जाएगा।

 

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