Sunday 2 July 2017

"जंगल में मौर नाचा किसने देखा.." देखा पर बस सोशल मीडिया पर#MP47-47 लाख पौधे!

आज हमने पर्यावरण के पावन दिवस पर इतनी ऊर्जा स्फूर्ति के साथ लग गाये जैसे आज हमें अमेजन के जंगल को भी पौधे लगाकर पीछे छोड़ना हे। प्रदेश में करीब 6 करोड़ पौधे और और हरदा जिले में 47 लाख पौधे लगाने का अनुमान निर्धारित किया गया पर पर समझ में नही आता की इतने पौधे लगे है तो अच्छी बात है हमने मानव होकर प्रकतिक को कुछ तो दिया पर अगर 47 लाख नही लगे होंगे तो फिर एक हिंदी कहावत है "जंगल में मौर नाचा किसने देखा "बस मान लो दिल की तस्सली के लिए मगर हमारी मानव संभ्यता का आज हमने गजब उदाहरण दिया 47 लाख पेड़ के लिए गांव,तहसील में जागरूकता के रथ चले या न चले हो पता नही पर सोशल मीडिया पर तो 4जी की रफ़्तार से एक पौधे पर 10 हाथ लागके फोटो खुब चले क्या पता सामाजिक और जागरूक काम में फोटोजेनिक का अहम रोल क्यों बढ़ गया सिर्फ दिखावा और फैमिली के ग्रुप में अपनी सेवा भाव का परिचय देना शायद कोई लड़की वाले रिश्ता लेकर आ जाये उसकी अच्छाई देख कर तो कुछ सामाजिक समूह में अपनी उपस्थति दर्ज करवाना एक छोटे से नन्हे पौधे पर 10 हाथ लगाकर क्या उस पौधे के साथ न्याय किया जा रहा है क्या सिर्फ पौधा लगाकर फोटो खिंचा कर फेसबुक पर फोटो अपलोड कर हम हमारी पौधे के साथ फोटो से अमर बना रहे हे न की उस पौधे को जिसके बल पर आपने अपनी आज की झांकी मंडप सजाई हे जो उद्देश्य हे हम उस से भटकते जा रहे हे।

🔹 *सोशल मीडिया पर 4जी की रफ़्तार से पौधे लगे आज..*

मगर फिर भी प्रसाशन की इसमें गलती नही है उन्हें तो बस अपना फ़र्ज़ निभाना था और 47 लाख का आंकड़ा भी बड़ा हे अगर कोई चूक होती भी हे तो नज़र अंदाज़ किया जा सकता है पर दुःख़ इस बात का हे को आज के इस आभासी दुनिया में तो नन्हे पौधे वाली फोटो तो खुब अच्छे लग रहे हे पर थोड़े दिन बाद तो उस फोटो को भी गैलरी से डिलीट करना पड़ता ही हे मगर इस नन्हे पौधे का क्या हुआ जिसके लिए गड्ढा खोदा खाद डाली पौधे लगा दिया और फोटो खिंचा के अपने आपको सबसे बड़ा पर्यावरण प्रेमी होने का प्रमाण दे दिया पर अगले दिन मनरेगा के मजदुर के बल पर उसको पालने की जिम्मेदारी होगी पर मनरेगा के मजदूर के पास स्मार्ट फोन नही होगा जो वो उनके साथ फोटो खींच के नज़र लगवाए क्यों की उसको पता है की जंगल में मौर नाचा हे तो सिर्फ वो ही उस पौधे की परवरिश करके लोगो की मोबाइल से खिंची सेल्फी को जिंदा रख सकता है पर ये भी इतना सरल नही है क्यों की सरकारी काम है। खैर उन्हें बहुत बहुत बधाईया जिन्होंने सेल्फी पौधे के साथ ली इस बहाने आज अपलोड होने से क्या पता किसीं की महबूबा भी एक ट्री के साथ फोटो फेसबुक पर अपलोड करके    सेल्फी प्रेमी को उसको लाइक करने का मौका तो मिल ही सकता इस बहाने जंगल मे मौर नाचा सबने देख ही लिया।

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