( शहर में नगर पालिका सी एम् ओ दिनेश मिश्रा को आदेश देकर अतिक्रमण और राजस्व वसूली का टास्क मिला है जिस पर कार्य शुरू हो चला है, अब शहर के मुख्य बाज़र में आये दिन सड़क को अतिक्रमण करने वाले लोगो को सड़क पर पिली लाइन बिछाकर अपनी हद में रहकर व्यापार करना होगा और अगर हद से बाहर आकर अतिक्रमण होता है तो राजस्व वसूली कर सरकारी खाजना भरना होगा कुछ इस तरह के अलग विभागों को टास्क दिए जा रहे हे जिसे अब करना अधिकरीयो के लिए जरुरी हो चला है जो सालो से नही हो पा रहा था अब लगाम कसी जा रही है कलेक्टर द्वारा वही अन्य विभाग के अधिकारियों को भी अपने अपने विभाग के लक्ष्य हासिल करने और धरातल पर काम करके आमजन की समस्या का निराकरण करना तक हे )
आप लोगो को सुनने में थोड़ा अजीब सा लगेगा पर हकीकत कुछ ऐसी ही है । हरदा में कुछ महीने पहले पदस्थ हुए कलेक्टर अनय द्विवेदी अपनी अनोखी कार्यशैली से प्रशासन में कसावट लाने में कामयाब होते दिख रहे है। सालाना विभागीय लक्ष्य को माह वार तोड़कर अधिकारियों को उसे पूरा करने का टास्क देना और फिर समीक्षा में शाबासी या फटकार अथवा टास्क पूरा करने तक या तो बैठक कक्ष में बैठालकर रखना या गांवों में रात्रि विश्राम की हिदायत। कुल मिलाकर हरदा जिले के हित में लक्ष्य हासिल करनें का मन कुछ इसी की चाह में कलेक्टर कुछ न कुछ प्रयोग करते जा रहे हे,जब से कलेक्टर हरदा में पदस्थ हुए तब से सभी जिले के विभागीय अधिकरी के होश फाख्ता हुए पड़े है। क़ब किस को टास्क पूरा न कर पाने पर दण्ड मिल जाए। हालांकि टास्क पूरा करने वालो को अंत में सीआर अच्छी लिखे जाने का पुरस्कार मिलना भी तय है।
🔹 *राजस्व वसूली पर सबसे ज्यादा ध्यान और अतिक्रमण पर लगाम की कोशिश..*
कलेक्टर अपने चिर परिचित अंदाज और पाज़िटिव सोच से समाज और प्रशासन की भलाई के लिए जो भी टास्क दे रहे है उसमें जिले के एडमिन बन विभाग के अधिकारियों को टास्क दिए जा रहे है। टास्क पूरा करना अधिकारियों की मज़बूरी हो गई है ।एक महीने के अंतराल में जन सुनवाई के मामले के निपटारे में तेजी देखी गई, राजस्व की वसुली में भी तेजी आ गई,तहसील स्तर पर प्रमुख अधिकरी मुकाम स्थल पर रहने लगे, शहर में पीली लाइन बिछा के अतिक्रमण पर लगाम लगाई जा रही है ऐसे अनेको किस्से चर्चा में है जो अधिकारी को टास्क के रूप में दिया जा रहा है वह आदेश अनुसार पूरा करने में लगा रहता है । राजस्व सबंधित टास्क ज्यादा है जिसमे स्टेप बाय स्टेप हर एक को सॉल्व करे जा रहे हैं विभागीय अधिकरी ।
🔹 *जो अधिकरी टास्क नही कर पा रहा है उसे मिल रही है फटकार...*
वैसे तो जन सुनवाई व् टी एल बैठक के दौरान जो अधिकारी सौपे टास्क पूरा नहीं कर पा रहा और आलसीपना दिखा रहा है उसे सबके सामने फटकार मिलती है। उधर जमीनी स्तर पर जाकर आम जन की समस्या को सम्भवतः वही हल करना और औचक निरक्षण के दौरान बाबू के पास रिकॉर्ड नही है या लेट लतीफी की उस तक को निलबित किया गया खिरकिया में वही राजस्व वसूली में सालो से शासकीय शुल्क जमा नही कर रहे हे उन पर तुरन्त कार्रवाई वेयर हाउस तक सील किया गया वैसे हम कलेक्टर अनय द्विवेदी का पिछला रिकॉर्ड देखे तो ग्वालियर नगर निगम आयुक्त रहते हुए सबसे ज्यादा राजस्व की वसुली और नेता या बाहुबलियों का नियम विरुद्ध काम नही होने दिया जो खासे चर्चा में थे।
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